संत तुकडोजी आरती
संत तुकडोजी आरती जय जय सतगुरु दीनदयाल दरससे हर्ष भयो .. लाखो जन्म कारे पुन जाके , तब पाए महाराज धन्य भये हम आज मिले तुम , सिद्ध भये सब काज..१.. … टूट गयो अज्ञान अँधेरा , छायो बोध प्रकाश … रूप तुम्हारा नजरमो भायो, पाप भये सब नाश..२.. … किसविध महिमा गाऊ तुम्हारी बानी …