सार्थ तुकाराम गाथा 1601 – 1700
आत्मा निघोट निर्मळ – संत निळोबाराय अभंग – 1530
आपणा दाउनी भुरळे केले – संत निळोबाराय अभंग – 1529
आत्मा करी ना करवी – संत निळोबाराय अभंग – 1528
आत्मा नाहींचि देखिजे ऐसा – संत निळोबाराय अभंग – 1527
असोनि अलिप्त सर्वसंगी – संत निळोबाराय अभंग – 1526